हज़रत सय्यद शाह बशीर हैदर आले इबा कादरी रहमतुल्लाह अलैह

हज़रत सय्यद शाह बशीर हैदर आले इबा कादरी रहमतुल्लाह अलैह

विलादत बसआदत

आप की पैदाइश 1892, ईसवी ज़िला सीतापुर यूपी में हुई।

वालिद माजिद

आप के वालिद माजिद का नाम मुबारक हज़रत सय्यद शाह हुसैन हैदर कादरी रहमतुल्लाह अलैह है।

बैअतो खिलाफत

आप को बैअतो खिलाफत हज़रत सय्यद शाह अबुल हुसैन अहमदे नूरी मियां मारहरवी रहमतुल्लाह अलैह से, और मुर्शिदे इजाज़त हज़रत सय्यद शाह अबुल कासिम मुहम्मद इस्माईल हसन शाह जी मियां रहमतुल्लाह अलैह से है।

आप की औलादे अमजाद

(1) सय्यदुल उलमा हज़रत सय्यद शाह आले मुस्तफा सय्यद मियां, (2) अहसनुल उलमा हज़रत सय्यद शाह मुस्तफा हैदर हसन मियां कादरी, (3) शफीके मिल्लत हज़रत सय्यद मुर्तज़ा हैदर हुसैन ज़ैदी, दो साहबज़ादियाँ हुईं (1) हाफ़िज़ा सय्यदह आइशा खातून, (2) हाफ़िज़ा सय्यदह ज़ाहिदा खातून।

तालीमों तरबियत

आप ने इंटर, और गिरेजवेशन, अलीगढ मुस्लिम यूनि वर्सिटी से किया जब के गिरेजवेशन, उस्मानिया यूनि वर्सिटी हैदराबाद से की, आप उर्दू ज़बानो नस्र व अदब में नुमाया वस्फ़ रखते थे, और काफी अच्छी महारत हसासिल थी, आप की मशहूर तसानीफ़ ये हैं: (1) मेरा फ़रमाया हुआ, (2) बे परकी, (3) कव्वा चला हंस की चाल।

इन्तिक़ाले पुरमलाल

आप का इन्तिकाल 1986/ ईसवी में मारहरा शरीफ में हुआ।

मज़ार शरीफ

आप का मज़ार मुकद्द्स मारहरा शरीफ ज़िला एटा यूपी हिन्द में ज़ियारत गाहे खलाइक है।

“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”

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रेफरेन्स हवाला

  • बरकाती कोइज़
  • तारीखे खानदाने बरकात
  • तज़किरा मशाइखे मारहरा

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