तूरे इरफानो उलू हम्दो हुस्नो बहा
दे अली मूसा हसन अहमद बहा के वास्ते
आप की विलादत मुबारक
आप की विलादत बा सआदत बगदाद शरीफ में हुई, ।
आप का इस्म शरीफ
आप का नामे नामी इस्मे गिरामी मीर सय्यद मूसा रदियल्लाहु अन्हु है ।
वालिद माजिद
आप के वालिद माजिद का नाम मुबारक मीर सय्यद अली रदियल्लाहु अन्हु है ।
बैअतो खिलाफत
आप ने अपने वालिद मुहतरम हज़रत मीर सय्यद अली से निस्बत व इरादत खिलाफत व अज़कार ख़ल्वत पाई ।
आप के फ़ज़ाइल
शैखुल मशाइख, सरदारे औलिया, सरवरे ज़ुमराए असफिया, हज़रत सरकार मीर सायद मूसा रदियल्लाहु अन्हु आप सिलसिलए आलिया क़ादिरिया रज़विया के 22, वे शैख़े तरीकत व इमाम हैं, आप बड़े कामिल इबादत व रियाज़त, में बे मिसाल साहिबे तसर्रुफ़ात ज़ाहिरो बातिन थे, आप की ज़ात से कसीर अफ़राद ने फैज़ पाया और उलूमो मआरिफ़ को बड़ी लगन से फैलाया इल्मे हदीस, इल्मे फ़िक़्ह का दरस दिया और बेशुमार अफ़राद ने इल्मे हदीस की समाअत आप से फ़रमाई ।
आप के खुलफ़ा
आप के खुलफ़ा औलादे अमजाद का तज़किरा हमे नहीं मिल सका सिर्फ हज़रत सय्यद हसन रदियल्लाहु अन्हु से आप के सिलसिले की कड़ी चैन मिलती है ।
तारीखे विसाल व उर्स
आप का विसाल 13, रजाबुल मुरज्जब 762, हिजरी में बगदाद शरीफ में हुआ ।
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार मुबारक बगदाद शरीफ में मरजए खलाइक है ।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
- तज़किराए मशाइखे क़ादिरिया बरकातिया रज़विया