खिलाफ़तो इजाज़त
हज़रत सय्यद भोलू शाह कादरी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! सिलसिलए आलिया कादरिया रज़्ज़ाकिया में हज़रत शाह अब्दुल हमीद रहमतुल्लाह अलैह के मुरीदो खलीफा हैं, आप का असली वतन पंजाब था, और हज़रत शैख़ नानू चिश्ती देहलवी रहमतुल्लाह अलैह, और मुहिब्बुन नबी हज़रत ख्वाजा फखरुद्दीन फखरे जहाँ देहलवी चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के सुहबत याफ्ता थे,
खुलफ़ा
हज़रत शाह हफ़ीज़ुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह, आप हज़रत सय्यद भोलू शाह कादरी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! के ख़ास मुरीदो खलीफा हैं, और आप का मज़ार शरीफ आप के मुर्शिद के बराबर में ही है, और हज़रत शाह हफ़ीज़ुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के मुरीदो खलीफा और साहबज़ादे, हज़रत शाह गुलाम मुहम्मद रहमतुल्लाह अलैह हैं, और इन का मज़ार मुबारक वालिद माजिद के कदमो की तरफ है।
वफ़ात
हज़रत सय्यद भोलू शाह कादरी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! ने 20/ मुहर्रमुल हराम 1204/ हिजरी में वफ़ात पाई।
मज़ार मुबारक
आप रहमतुल्लाह अलैह का मज़ार शरीफ, मिठाई पुल पर दाहिनी तरफ उतर कर रेलवे लाइन के पास में ही मरजए खलाइक है, करीब में मस्जिद बनी हुई है, लाहोरी गेट दिल्ली 6/
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली

