हज़रत मौलाना शहाबुद्दीन हकगो देहलवी रहमतुल्लाह अलैह

हज़रत मौलाना शहाबुद्दीन हकगो देहलवी रहमतुल्लाह अलैह

हज़रत मौलाना शहाबुद्दीन हकगो देहलवी रहमतुल्लाह अलैह

आप हज़रत शैख़ फखरुद्दीन ज़ाहिद रहमतुल्लाह अलैह के फ़रज़न्द हैं, आप रहमतुल्लाह अलैह को हकगो! इस लिए कहते हैं के एक मर्तबा सुल्तान मुहम्मद तुगलक ने ये हुक्म जारी किया के तमाम लोग मुझे आदिल कहा करें, लोगों ने इस हुक्म को तस्लीम कर लिया, लेकिन आप ने भरे मजमे में फ़रमाया के हम ज़ालिमों को आदिल नहीं कहा करते, इस जुर्म में सुल्तान ने आप को किले से नीचे फेंकवा दिया जिस से आप शहीद हो गए, आप के पीरो मुर्शिद का इस्मे गिरमि हज़रत शैख़ फखरुद्दीन सानी रहमतुल्लाह अलैह हैं, जो एक अज़ीम बुज़रुग थे,

वफ़ात

आप रहमतुल्लाह अलैह की शहादत 736/ हिजरी में वफ़ात पाई।

मज़ार मुबारक

आप रहमतुल्लाह अलैह का मज़ार शरीफ, रेलवे लाइन के पास पहलादपुर, तुगलकाबाद दिल्ली 44/ में मरजए खलाइक।

हज़रत मौलाना फखरुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह

आप हज़रत मौलाना शहाबुद्दीन हकगो देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के साहबज़ादे हैं, आप ने 800/ हिजरी में वफ़ात पाई, मज़ार शरीफ, वालिद मुहतरम के पास में ही, है।

“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”

रेफरेन्स हवाला

रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली

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