हज़रत ख्वाजा ताहा देहलवी रहमतुल्लाह अलैह
आप हज़रत शैख़ कमालुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के साहबज़ादे हैं, आप सिलसिलए कादिरिया चिश्तिया में मुरीद थे, हज़रत ख्वाजा ताहा देहलवी रहमतुल्लाह अलैह अपने वक़्त के शैख़े कामिल, आरफीन के मुक्तदा और आली मरतबत बुज़रुग गुज़रे थे, हर बुद्ध जुमेरात को सरकार महबूबे इलाही निज़ामुद्दीन औलिया देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार मुबारक पर फ़कीर बन कर बैठते थे,
वफ़ात
आप रहमतुल्लाह अलैह ने 1050/ हिजरी में वफ़ात पाई।
मज़ार मुबारक
आप रहमतुल्लाह अलैह का मज़ार शरीफ, पुराना किला के पास इंडियन किलब में एक टीले पर है।
हज़रत शैख़ मुहम्मद कासिम रहमतुल्लाह अलैह
आप हज़रत शैख़ कमालुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के पोते यानि हज़रत ख्वाजा ताहा देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के फ़रज़न्द हैं, आप शरीअते मुस्तफा पर सख्ती से अमल करते थे, आप रहमतुल्लाह अलैह ने 1047/ हिजरी को वफ़ात पाई, आप का मज़ार भी पुराना किला के पास इंडियन किलब में वालिद माजिद के पास में है।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली

