हज़रत पीर मजज़ूब देहलवी रहमतुल्लाह अलैह
आप रहमतुल्लाह अलैह साहिबे तसर्रुफ़, और अल्लाह पाक के रास्ते के दीवाने थे, अक्सर मशकीज़ा लिए हुए आप के पास खड़े रहते थे, और आप पर पानी डालते रहते थे,
वफ़ात
आप रहमतुल्लाह अलैह ने 1128, हिजरी में वफ़ात पाई।
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार मुबारक, दिल्ली 6/ में चितली कबर मार्कीट में कूचा बकाउल्लाह के पास है, जब हम चितली कबर से तेरहा बेहराम खान जाएंगें तो लबे सड़क उलटे हाथ को पड़ेगा।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली

