हज़रत बीबी साराह देहलवी रहमतुल्लाह अलैहा
आप हज़रत निज़ामुद्दीन अबुल मुअय्यद रहमतुल्लाह अलैह की वालिदा मुकर्रमा थीं, मुताक़द्दिमीन में बड़ी बुज़रुग नेक सीरत खातून थीं, एक मर्तबा नमाज़े इस सतस्का! में आप के साहबज़ादे हज़रत निज़ामुद्दीन अबुल मुअय्यद रहमतुल्लाह अलैह ने आप के दामन का एक टुकड़ा हाथ में लेकर अल्लाह पाक से अर्ज़ किया था ऐ अल्लाह! ये उस बुज़रुग खातून का कपड़ा है के जिस पर किसी नामहरम की नज़र नहीं पड़ी, इस के वसीले से पानी बरसा दे, ये कहते ही बारिश होने लगी थी,
वफ़ात
आप ने 638/ हिजरी में वफ़ात पाई।
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार मुबारक दरगाह हज़रत ख्वाजा कुतबुद्दीन बख्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैह में मस्जिद के बाएं दीवार के नीचे अपने फ़रज़न्द हज़रत निज़ामुद्दीन अबुल मुअय्यद रहमतुल्लाह अलैह के बराबर में है।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली
औलियाए दिल्ली की दरगाहें