हज़रत ख्वाजा मुहम्मद अफ़ज़ल खुदा नुमा
आप का इस्मे गिरामी “मीर मुहम्मद अफ़ज़ल” है, आप अपने वक़्त के आरिफ़े कामिल, तारिकुद दुनिया, मुतावक्किल, अल्लाह पाकि की मुहब्बत में सच्चे, अल्लाह पाक पर भरोसा करने वाले बुज़रुग थे, हज़रत ख्वाजा मुहम्मद अफ़ज़ल खुदा नुमा देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! अल्लाह पाक ही के वास्ते बोलते और उसी के वास्ते सुनते और उसी के वास्ते देखते इस लिए आप को खुदा नुमा! कहते हैं, बाज़ हज़रात कहते हैं के आप अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की ज़ियारत भी करा देते थे,
हमेशा एक झोंपड़ी में रहा करते थे और आप के पास हालो काल, दुरवेशों और बच्चों का हुजूम हर वक़्त लगा रहता था, आप ने बड़े सख्त मुजाहिदे किए थे।
वफ़ात
हज़रत ख्वाजा मुहम्मद अफ़ज़ल खुदा नुमा देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! ने हज़रत औरंगज़ेब आलम गीर रहमतुल्लाह अलैह के दौरे हुकूमत 1106/ हिजरी माहे रबीउल में वफ़ात पाई,
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार शरीफ दिल्ली में धोला कुंआ रोड पर उलटे हाथ को भगा लिंग शोरूम के सामने है, ये इलाका भूरी भटियारी दिल्ली में है। मरजए खलाइक है, चारो तरफ
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
- रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली
- औलियाए दिल्ली की दरगाहें
- दिल्ली के बत्तीस 32, ख्वाजा