हज़रत ख्वाजा सय्यद हाशिम
आप रहमतुल्लाह अलैह हज़रत ख्वाजा हसन रसूल नुमा कादरी ओवैसी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के फ़रज़न्दे अर्जमन्द हैं, आप अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त के मकबूल ओवैसी मशरब थे, हज़रत ख्वाजा सय्यद हाशिम कादरी ओवैसी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह अपने वालिद मुकर्रम के नक्शे कदम पर चलते थे, आप का कोई ज़ाहिरी ज़रिए मआश नहीं था लेकिन इस के बावजूद फकीरो, दुरवेशों और तालिबों इल्मो को बहुत अता फरमाते थे, आप की पूरी ज़िन्दगी तवक्कुल अलल्लाह पर गुज़री।
वफ़ात
हज़रत ख्वाजा सय्यद हाशिम कादरी ओवैसी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! शाह आलम बहादुर शाह के दौरे हुकूमत 11/ शव्वालुल मुकर्रम 1233/ हिजरी में वफ़ात पाई, और आप का मज़ार अपने वालिद माजिद हज़रत ख्वाजा हसन रसूल नुमा कादरी ओवैसी देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के बाएं पहलू में है,
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार शरीफ दिल्ली में पंचकुइयां रोड पर पालिका पैलेस से आगे दिल्ली 1, में एक बड़े अहाते में मरजए खलाइक है, चारो तरफ अपनों और गेरो ने कब्ज़ा कर रखा है, खानकाह की हालत बहुत ही ना गुफ्ता बिहि है।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली
औलियाए दिल्ली की दरगाहें