बैअतो खिलाफत
हज़रत ख्वाजा शाह जलालुद्दीन चिश्ती देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! आप हज़रत ख्वाजा मीरां शाह नानू चिश्ती देहलवी रहमतुल्लाह! के मुरीदो खलीफा हैं, आप सारी उमर पीरो मुर्शिद के हुजरे में रह कर इबादतों रियाज़त में गुज़ारी, रोज़ाना शाम को आप की जानिब से फुकरा मसाकीन को खाना खिलाते थे और अक्सर लंगर जारी रहता था,
वफ़ात
हज़रत ख्वाजा शाह जलालुद्दीन चिश्ती देहलवी रहमतुल्लाह अलैह! ने मुहम्मद शाह के दौर हुकूमत में 9/ रबीउल अव्वल वफ़ात पाई, हर साल 9/ रबीउल अव्वल को उर्स होता है,
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार मुक़द्द्स मस्जिद फतेहपुरी में होज़ के पास एक अहाते में बना हुआ है, जो ज़ियारत गाहे खलाइक है।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली
औलियाए दिल्ली की दरगाहें