बैअतो खिलाफत
आप हज़रत ख्वाजा शैख़ रुकनुद्दीन अबुल फतह सोहरवर्दी रहमतुल्लाह अलैह के मुरीदों में से थे, आप को सियाहत यानि घूमने फिरने का बहुत शोक था, इस लिए आपने कसरत से सफर किए और सूफ़ियाए किराम बुज़ुर्गों से फीयोज़ो बरकात हासिल किए, अल्लाह पाक के अजाइबात को देखा और राहे सुलूको मारफत की मंज़िलें तय कीं, आखिर में अपने वतन दिल्ली तशरीफ़ लाए, आप को सिमा की महफ़िल में शरीक होने का बहुत शोक था, इस लिए हज़रत ख्वाजा नसीरुद्दीन महमूद रोशन चिराग देहलवी रहमतुल्लाह अलैह की महफ़िलों में हमेशा तशरीफ़ लाते थे,
वफ़ात
आप ने 757/ हिजरी में वफ़ात पाई।
मज़ार शरीफ
आप का मज़ार मुबारक गुप्ता कालोनी, खिरकी गाँव, एक्सटेंशन जे ब्लॉक, मालविये नगर, दिल्ली 17/ में मरजए खलाइक है।
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए माज़राते दिल्ली
औलियाए दिल्ली की दरगाहें