विलादत बसआदत
हज़रत राजी हामिद शाह चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह! हज़रत सय्यद शहाबुद्दीन, के साहबज़ादे हैं, आप की विलादत 809/ हिजरी में हुई, गालिबन आप सुल्तान शमशुद्दीन अल्तमश अलैहिर रहमा के ज़मानए इक्तिदार (दौरे हुकूमत) में शहर गुरदेज़! मुल्के अफगानिस्तान से मुल्के हिन्द आये थे, सही निस्बत के मालिक, बुलंद मक़ामात और आला सिफ़ात के पैकर थे, आप रहमतुल्लाह अलैह इल्मे कश्फ़ के ज़रिये लोगों के दिलों के हालात बतला दिया करते थे,
बैअतो खिलाफत
आप रहमतुल्लाह अलैह मुरीदो खलीफा हैं हज़रत ख्वाजा हुस्सामुद्दीन चिश्ती मानकपुरी रहमतुल्लाह अलैह के, और आप मुरीदो खलीफा हैं, हज़रत ख्वाजा शैख़ नूरुद्दीन कुतब आलम बंगगाली चिश्ती पंडवी रहमतुल्लाह अलैह के, और आप मुरीदो खलीफा हैं, शाहे पंडवा, क़ुत्बे बंगाल, हज़रत शैख़ ख्वाजा अलाउल हक पंडवी चिश्ती रहमतुल्लाह के, और आप मुरीदो खलीफा हैं, आईनए हिंदुस्तान, हज़रत ख्वाजा शैख़ अखि सिराजुद्दीन उस्मान चिश्ती ऊधी बंगाली रहमतुल्लाह अलैह अलैह!, के, और आप सरकार महबूबे इलाही निज़ामुद्दीन औलिया देहलवी रहमतुल्लाह अलैह के मुरीदो खलीफा हैं, आप रहमतुल्लाह अलैह इल्मे कश्फ़ के ज़रिये लोगों के दिलों के हालात बतला दिया करते थे,
वफ़ात
908/ हिजरी में हुई,
मज़ार मुबारक
आप का मज़ार शरीफ क़स्बा मानिकपुर ज़िला परताबगढ़, उत्तर प्रदेश में मरजए खलाइक है,
“अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की उन पर बेशुमार रहमत हो और उन के सदके में हमारी मगफिरत हो”
रेफरेन्स हवाला
रहनुमाए मज़ाराते दिल्ली